हिमाचल प्रदेश में श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों के कपाट एक जुलाई से खुल जाएंगे। इसके लिए प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एसओपी भी तैयार कर ली गई है।
इसके चलते ही हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में स्थित चिंतपूर्णी मंदिर के कपाट सुबह सात से शाम आठ बजे तक खुले रहेंगे। गर्भ गृह में जाने की अनुमति केवल पुजारियों को रहेगी। मंदिर में हवन यज्ञ और लंगर लगाने पर पाबंदी रहेगी। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में प्रसाद चढ़ाने एवं बच्चों के मुंडन संस्कार पर रोक नहीं लगाई गई है। पुजारी श्रद्धालुओं को न तो प्रसाद वितरित करेंगे और न ही मौली बांधेंगे। कन्या पूजन और हवन पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। पुजारियों को भी कोरोना संक्रमण के लिए निर्धारित हिदायतों की अनुपालना सुनिश्चित करनी होगी। गर्भगृह में एक समय पर केवल दो पुजारियों को ही बैठने की अनुमति रहेगी।
वहीं, बुजुर्ग एवं दिव्यांग श्रद्धालुओं को लिफ्ट से दर्शन करने के लिए भेजा जाएगा। मंदिर में 42 सुरक्षा कर्मी अलग-अलग जगह तैनात किए जाएंगे। श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए जल्द समयसारिणी भी तय कर दी जाएगी।
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