प्रदेश में 15 जुलाई के बाद स्कूल खुल सकते हैं। स्कूलों को जोन वाइज़ खोलने की तैयारी चल रही है। जहां कोरोना के मामले नहीं हैं, वहां स्कूलों में छात्रों को बुलाया जा सकता है। प्रशासन शीतकालीन जिलों से इसकी शुरुआत करेगा। सबसे पहले बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों को सिलेबस से जुड़ी शंकाओं को दूर करने के लिए बुलाया जाएगा। दसवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों की स्कूलों में अभी नियमित कक्षाएं लगाने का विचार नहीं है। अभिभावकों के मंजूरी पत्र पर पूर्व की तरह ही इन्हें बुलाया जाएगा।
शिक्षा विभाग अब राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए प्रस्ताव बनाएगा। सरकार से मंजूरी मिली तो 15 जुलाई के बाद स्कूलों में विद्यार्थी आ सकेंगे। हालांकि, कोरोना संक्रमण के मामले पूरी तरह से समाप्त होने के बाद ही छोटी कक्षाओं के विद्यार्थियों को स्कूल बुलाने पर विचार किया जाएगा। वहीं, विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए हर सरकारी स्कूल में दो-दो शिक्षकों को हेल्थ एंबेसडर बनाया जाएगा। सप्ताह के हर शनिवार को ये शिक्षक विद्यार्थियों को स्वस्थ रहने के तरीके बताएंगे। इन शिक्षकों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
गौरतलब है कि ग्रीष्मकालीन जिलों के स्कूलों में जुलाई के दौरान अवकाश घोषित किया गया है। कुल्लू और लाहौल स्पीति में भी जुलाई और अगस्त में छुट्टियां रहेंगी। एक जुलाई से शीतकालीन स्कूलों में शिक्षकों को बुलाने का एलान किया गया है।
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