उत्तर प्रदेश में होने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव की क्रियाशीलता तेज हो गई हैं। योगी सरकार और बीजेपी संगठन 2022 की चुनावी कवायद में जुट गए हैं। कार्यकर्ताओं का उत्साह और मनोबल बढ़ाने के लिए बीजेपी ने कई मोर्चों पर कार्य तेज कर दिया है। योगी सरकार ने निगम, आयोग, बोर्ड व निकायों के रिक्त पदों पर राजनीतिक तैनाती का काम शुरू कर दिया है।
यूपी में सात महीने के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए योगी सरकार ने राजनीतिक नियुक्तियां शुरू कर दी हैं। साथ ही योगी सरकार अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को खुश करने में जुट गई है। योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग का गठन किया है और इस आयोग का अध्यक्ष आयोग के ही उपाध्यक्ष रहे सहारनपुर जसवंत सैनी को बनाया गया है। साथ ही 25 सदस्यों की भी नियुक्ति की गई है। वहीं, बुधवार को यूपी में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति आयोग में अध्यक्ष व उपाध्यक्षों के अलावा 12 सदस्यों को नामित करके कार्यकर्ताओं के असंतोष को खत्म करने का प्रयास किया गया है। एससी-एसटी आयोग में बीजेपी ने क्षेत्रीय और जातीय वर्ग का संतुलन बनाने की पूरी कवायद की है, जिसमें जाटव से लेकर पासी और कोरी समुदाय तक को जगह दी गई है।
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