कुल्लू : देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ सोमवार हिमाचल प्रदेश में 18 प्लस की शत-प्रतिशत आबादी को कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज प्रदान करने पर एक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में कुल्लू जिला के ऐतिहासिक गांव मलाणा की आशा वर्कर निरमा देवी के साथ प्रधानमंत्री ने काफी देर तक संवाद किया और वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करने के बारे में निरमा देवी से जाना।
उन्होंने बताया कि मलाणा के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार करना बहुत बड़ी चुनौती थी और यह भी बताया कि मलाणा का अपना लोकतंत्र है और यहां का शासन और प्रशासन स्थानीय देवता की अनुमति से चलता है, जिसमें बाहरी हस्तक्षेप न के बराबर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह स्वयं भी इस गांव में जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि मलाणा ने लोकतंत्र मार्गदर्शन की दिशा में अलग भूमिका निभाई है। मलाणा में स्पैन के माध्यम से वैक्सीन पहुंचाना कठिन काम था, प्रदेश में वैक्सीनेशन के लक्ष्य को हासिल करने पर यहां के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
निरमा देवी से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री से वार्तालाप करके वह धन्य हो गई और इसकी खुशी निरमा के चेहरे पर साफ झलक रही थी। दूसरी डोज के लक्ष्य को पूरा करने के बारे में निरमा ने कहा कि वह इसके लिए बिल्कुल तत्पर हैं। उन्होंने बताया कि मलाणा के लोगों में वैक्सीन को लेकर कुछ भ्रांतियां थी, जो वैक्सीन लगवाने के बाद पूरी तरह से समाप्त हो गई। किसी एक भी व्यक्ति को वैक्सीन से किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा और लोगों में वैक्सीन के प्रति विश्वास और भी बढ़ गया।
संवाद कार्यक्रम के दौरान कुल्लू एनआईसी कक्ष में उपायुक्त आशुतोष गर्ग, अतिरिक्त उपायुक्त शिवम् प्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारी व वैक्सीनेशन में उत्कृष्ट योगदान करने वाले लोग भी मौजूद रहे।
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